“विश्वकर्मा पूजन” हमें अपने कर्म और जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित होने की प्रेरणा देता है।— कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा.
वाराणसी। संपूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी में विश्वकर्मा पूजन के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने कहा कि “विश्वकर्मा पूजन” हमें अपने कर्म और जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित होने की प्रेरणा देता है।
उन्होंने कहा कि “विश्वकर्मा भगवान” की पूजा करने से हमें अपने कार्यों में निपुणता और सफलता प्राप्त होती है। यह पूजन हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है।
हमें अपने कर्म और जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित होकर देश की सेवा करनी चाहिए।
हमें अपने कर्म और जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित होकर देश की सेवा करनी चाहिए।—
कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने कहा, “विश्वकर्मा पूजन” हमें अपने समाज और देश के विकास के लिए काम करने की प्रेरणा देता है। हमें अपने कर्म और जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित होकर देश की सेवा करनी चाहिए।
विश्वकर्मा पूजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए
कुलपति प्रो बिहारी लाल शर्मा ने विश्वविद्यालय परिवार एवं संस्कृत जगत के लोगों को बधाई देते कहा कि विश्वकर्मा पूजन हमें अपने कर्म और जिम्मेदारियों के प्रति समर्पित होने की प्रेरणा देता है। यह पूजन हमें अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए प्रेरित करता है। “विश्वकर्मा भगवान की पूजा करने से हमें अपने कार्यों में निपुणता और सफलता प्राप्त होती है। यह पूजन हमें अपने समाज और देश के विकास के लिए काम करने की प्रेरणा देता है।”