इसराइल हमास फिलिस्तीन युद्ध

कहते हैं कि आज पूरी दुनिया युद्ध की कगार पर खड़ी है इसका ज्वलंत उदाहरण हम एक डेढ़ साल पहले रूस और यूक्रेन युद्ध के भी रूप में देख चुके हैं और यह भी देखे हैं कि वह युद्ध अभी समाप्त नहीं हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ युद्ध का जालंत उदाहरण हम पश्चिम एशिया में देख सकते हैं इजरायल और हमास का युद्ध देखा जा सकता है सबसे पहले हम जानेंगे कि हमास क्या है और इसका गठन क्यों हुआ हमास सबसे बड़ा फिलिस्तीन आतंकवादी इस्लामी समूह और क्षेत्र के दो प्रमुख राजनीतिक दलों में से एक है मौजूदा समय में यह गाजा पट्टी में 20 लाख से अधिक फिलिस्तीन आबादीपर शासन कर रहा है हमास इजरायल के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह या प्रतिरोध के लिए जाना जाता है हमास का गठन 1980 के आखिरी दौर में पहले फिलिस्तीन इंति फायदा की शुरुआत के बाद हुई पहली इंति फायदा वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी पर इजरायल कब्जे के खिलाफ शुरू हुआ था इजरायल अमेरिका यूरोपीय संघ कनाडा मिश्रा और जापान ने हमास को आतंक की संगठन के तौर पर नामित किया अब हम इजरायल के जन्म के विषय में जानेंगे ऐतिहासिक संघर्ष 19वीं शताब्दी के अंतिम दौर में फिलिस्तीन में यहूदियों के होमलैंड की मांग को लेकर यहूदी आंदोलन का उभरा हुआ एक ज यहूदी देश के लिए समर्थन दूसरे विश्व युद्ध के बाद शुरू हुआ क्योंकि यहूदियों का नरसंहार पूरी तरीके से लोगों के सामने आ गया था फिलिस्तीन के ब्रिटेन के नियंत्रण वाले इलाके यहूदी और राज्य में बांटने की बातें हुई लेकिन इसके तुरंत बाद यहूदी और अरबो के बीच जंग शुरू हो गई पहले अरब इजरायल युद्ध 1949 में इजरायल की जीत के साथ समाप्त हुआ 75000 फिलिस्तीन विस्थापित हुए और क्षेत्र को तीन भागों में बांटा गया यहूदी इसराइल अरब वेस्ट बैंक गाजा पट्टी हालांकि इसके संघर्ष खत्म नहीं हुआ और आज तक जारी है 1948 में संयुक्त राष्ट्र और ब्रिटेन के समर्थन से इसराइल का जन्म हुआ संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1947 में पेश की गई विभाजन योजना के तहत फिलिस्तीन के ब्रिटेन नियंत्रण वाले इलाके को यहूदियों को दे दिया गया 75 वर्षों में इजरायल ने अरब देशों के साथ कई युद्ध लड़े और फिलीस्तीन के आतंकवाद का सामना भी किया इस बीच इसराइल ने अमेरिका और पश्चिमी देशों की मदद से तेजी से आधुनिकरण करके खुद को मजबूत बनाया और फिलिस्तीन पर कब्जा का विस्तार 1947 में संयुक्त राष्ट्र के प्लान के तहत की गई सीमाओं से परे भी कर किया इजराइल फिलिस्तीन के बीच तनाव की वजह प्रथम विश्व युद्ध के बाद महत्वपूर्ण ऑटोमन साम्राज्य के खत्म के बाद इस इलाके पर ब्रिटेन का कब्जा हुआ यहां यहूदी और अधिकतर अब समुदाय के लोग रहते थे दोनों के तनाव बाद इसके बाद ब्रिटेन ने यहां यहूदियों के लिए फिलिस्तीन से अलग जमीन की बात की यहूदी इस इलाके को अपने पूर्वजों की मानते रहे हैं अरब समुदाय भी इस पर दावा करता रहा है ऐसे में तनाव बढ़ने लगा 1947 के संयुक्त राष्ट्र के फिर इस तीन को दो हिस्सों में बांटने का फैसला पर मोहर लगाइए एक हिस्सा यहूदियों का और दूसरा हिस्सा अरब समुदायों का हुआ लेकिन इसके विरोध होने लगा इसके बाद 1948 इज़राइल नेताओं ने इसराइल राष्ट्र की स्थापना की और पहले अरब इजरायल युद्ध हुआ युद्ध के बाद यह पूरा क्षेत्र तीन हिस्सों में बांटा गया वेस्ट बैंक इसराइल और गाजा फिलिस्तीन आधा से अधिक जनसंख्या वेस्ट बैंक और गज में रहती है गज लगभग 40 किलोमीटर लंबा और 12 से 14 किलोमीटर चौड़ा है अब हम जानते हैं कि उनकी इतिफादा क्या है और तीसरी इतिफादा की आवाज 7 अक्टूबर को हमास द्वारा किया गया इसराइल पर अटैक हुआ तीसरे इंतहा का परिणाम माना जा रहा है कुछ विश्लेषण को ने ताजा संघर्ष को तीसरे इंति फायदा की शुरुआत बताया है कि फायदा अरबी शब्द है और अपने इसका मतलब उत्तर पुतला छुटकारा पाना है वैसे इंति फायदा को बगावत या विद्रोह के रूप में भी जोड़कर देखा जा सकता है पहले इंति फायदा 1947 से 93 तक चला दूसरा 2000 से 2005 तक चला और तीसरा जो है वह वर्तमान में चला फिलिस्तीन की युवाओं में या विद्रोह काफी लोकप्रिय है

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